3 बाते आपकी लाइफ में बङा बदलाव ला सकती है
हम हमेशा सोचते हैं लाइफ में कुछ बङा करना है तो
बडी बडी बातों पर ध्यान देना चाहिए।
लेकिन असलियत में अगर लाइफ में हमको
कुछ बड़ा करना है तो छोटी छोटी बातों ध्यान देना चाहिए। अपनी छोटी छोटी
हरकतों को देखना चाहिए, अपनी छोटी छोटी habits change करना चाहिए क्योंकि
छोटे छोटे परिर्वतन ही बङा बदलाव ला सकते हैं।
मैं आपके साथ 3 बातें जो आपकी जिंदगी बदल दे शेयर करना चाहूंगा, अगर आपने यहीं बाते अपनी life में उतार लें तो काफी कुछ बदल सकता है।
1 कभी भी गुस्से में जवाब ना दे
हम बडी आसानी से कहे देते हैं अरे गुस्से में था तो बोल दिया मैं उम्मीद नहीं करता, पर आप की बात सामने वालों को कितनी तकलीफ देगी यह हम नहीं देख पाते हैं।
हम बोलकर भूल जाते हैं पर सामने वाला शायद उसको जिंदगी भर नहीं भूल पाता है। तो इसका हल क्या है?
कहते हैं जब आपके पास कुछ अच्छा कहने का ना हो तो चुप रहना बेहतर है उसे कहीं बार रिश्ते टूटने से बच जाते हैं।
जब भी गुस्सा आए कोशिश करें अपने आप को शांत रखें, कोई भी जवाब ना दे किसी को किसी से बात ना करें उस जगह से ही चले जाए।
और बात तभी करें जब आपका दिमाग शांत हो फिर आप देखे कितने सारे झगड़े आपके आसानी से सुलझ जाएंगे।
2 खुशी में किसी से कोई वादा ना करें
कहां जाते हैं कि किसी भी चीज की अति हानिकारक होती है जिसे हम गुस्सा करने पर गलतियां कर देते हैं। उसी प्रकार ज्यादा खुशी भी हमसे गलतियां करवा देती हैं।
बेहद खुशी में किए गए वादे हम भविष्य में निभा नहीं पाते हैं क्योंकि हमने वह निर्णय संतुलित और शांत दिमाग से नहीं लिए थे। हमने वह निर्णय खुशी में लिए थे जो आगे चलकर हमें बोझ लगते हैं।
तो इसलिए जरूरी है जब आप बहुत खुश हो तो कभी भी किसी से वादा ना करें क्योंकि हो सकता है वह वादा आपके लिए ज्यादा मायने नहीं रखता है।
पर किसी के जीवन की उम्मीद बन सकता है और जब किसी की उम्मीद टूटती है तो भगवान भी हमसे खुश नहीं होते।
3 दुःख में कोई फैसला ना लें
जब आपका दिमाग संतुलित ना हो तब तक कोई फैसला नहीं लेना चाहिए। जैसे ज्यादा खुशी में लिए गए फैसले हानिकारक होते हैं वैसे ही दुख में लिए गए फैसले भी आपको और ज्यादा दुखी कर सकते हैं।
जैसे आपकी किसी भी प्रियजन ने गुस्से में आपको
कुछ कड़वी बात कहें दी, जिसका आपको बहुत बड़ा दुख हुआ। और आपने उसी दुख में
उससे रिश्ता तोड़ने का फैसला ले लिया जो बाद में आपको और ज्यादा परेशान कर
सकता है।
अक्सर हमें बाद में ज्ञान होता है कि बात इतनी भी बड़ी नहीं
थी जिसके कारण रिश्ता खत्म किया जा सके। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती
है।
आपको ध्यान रखना दुख और सुख में कोई फैसला नहीं लेना चाहिए जीवन के बड़े-बड़े और संतुलित दिमाग से लेना चाहिए।
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